Saturday, March 7, 2009

दिन प्रतिदिन चलती जगह


समय- दोपहर 1:25 बजे, तारीख- 12/02/2009

दिन प्रतिदिन चलती जगह जो अपने ही अहसास मे डूब कर किसी आँख को एक छवि देती है।जिस मे खेलते मस्ती करते हुए भी अपने आपको भुला नहीं पाते हैं। समय का रवैया जो अपनी दास्तान कहने के लिए इंतज़ार नही करता।


राकेश

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