Sunday, March 8, 2009

सौगात के रूप में


दिनॉक- 06-03-2009, समय- दोपहर 2:30 मिनट

ज़िन्दगी में रंग का बड़ा महत्व है। ये हमारे अन्तरमन को ताज़गी देते हैं जिसमें हम किसी ख़्याल को बनाकर किसी को सौगात के रूप में भेंट कर देते हैं। रोज़ जीवन को एक ठंडक देने वाली चीज़ें हमें, हमारे तनावों से मुक़्त कर देती हैं।

सब के बीच सारी परीस्थितियों में फ़ँसने के बाद भी कोई शख़्स अपनी आँख वक़्त के बदलते दौर की याद्दाश बनाती है। वो आँख दर्द, ख़ुशी, शौर, चुप्पी पर बनी रहती है जिसे कोई नहीं देख पाता पर वो छुपकर सबको देखती है और आकार बनाती रहती है।

मुलायम हाथों में आकर ठोस चीज़ भी अपना आत्मसर्मपण कर देती है। जगह में सब अपनी श़िरकत से माहौल की रचना में शामिल हो जाते हैं।

राकेश

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